🔍 पुलिस को मिले अहम सुराग और दस्तावेज
इस कार्रवाई से अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक कड़ा संदेश गया है और आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहने की संभावना है। अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पुलिस ने कई महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि बांग्लादेशी घुसपैठ कराने वाले गैंग के सदस्य फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करते थे। ये फर्जी दस्तावेज बनाकर बांग्लादेशियों से मोटी रकम वसूल कर भारत में प्रवेश दिलवाते थे। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान कई अहम दस्तावेज और सबूत बरामद किए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
इस संबंध में The Hindu की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को फर्जी आईडी, आधार कार्ड और पते से जुड़े दस्तावेज मिले हैं।
🤝 पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई
अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पुलिस ने स्थानीय प्रशासन और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया। इसके लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है, जो अवैध प्रवासियों की पहचान और हिरासत के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
यह घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है और इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार की नीति अवैध प्रवासियों के खिलाफ कठोर है।
🕵️ मंडावली पुलिस की सूचना और गिरफ्तारियां
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मंडावली पुलिस स्टेशन को मिली सूचना के बाद यह कार्रवाई की गई। सबसे पहले एक महिला को पकड़ा गया, जिससे पूछताछ करने पर पहाड़गंज इलाके में छिपी हुई पांच अन्य महिलाओं का खुलासा हुआ।
पुलिस ने छह महिलाओं की पहचान की है — मीम अख्तर, मीना बेगम, शेख मुन्नी, पायल शेख, सोनिया अख्तर और तानिया खान। सभी की उम्र 34 वर्ष बताई गई है। पुलिस के अनुसार, किसी भी महिला के पास भारत में रहने के लिए वैध वीजा, पासपोर्ट या परमिट नहीं था।